Proper Guidelines

उचित मार्गदर्शन

उचित मार्गदर्शन के बिना युवाओं में भटकाव या ठहराव आ जाता है जिससे वे समुचित विकास से वंचित रह जाते हैं। व्यक्तित्व निर्माण में उचित मार्गदर्शन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रत्येक छात्र पर हम ध्यान केंद्रित करते हैं और सजग रहते हैं कि किसी भी हालात में  वे निर्धारित मार्ग से विचलित ना हो। चुंंकि युवाओं में शक्ति की प्रचुरता होती है, उनमें कार्य करने की क्षमता सर्वाधिक होती है, निरंतर ऊर्जा का प्रवाह होता रहता है, उनके प्रत्येक स्पंदन को दिशा दिया जाता है।

उचित मार्गदर्शन के बिना सफलता हासिल कर पाना मुश्किल हो जाता है । किस काम को कैसे करना है, कब करना है, क्यों करना है यह बताना आवश्यक होता है। आप किस प्रतियोगिता की तैयारी कैसे करें,  किस व्यवसाय को कैसे करें, आपकी जीवनचर्या कैसे होनी चाहिए , आपका व्यवहार कैसा होना चाहिए, आप समाज में, परिवार में कैसे रहे, आप पढ़ाई कैसे करें, आप किसी भी समस्या से कैसे निपटें आदि । सामान्यतया देखा गया है कि समाज के प्रत्येक लोग कुछ ना कुछ सलाह देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं, खासकर हिंदुस्तान में तो हर एक लोग सलाहकार बनने को तैयार रहते हैं भले ही वे खुद किसी कार्य को भली भांति नहीं करें लेकिन दूसरे को सलाह अवश्य देते हैं । सलाहकारों की कमी नहीं है लेकिन विशेषज्ञ सलाहकारों की काफी कमी है । किसी खास प्रतियोगिता की तैयारी के लिए किन-किन गुणों की जरूरत होती है यह बताना आवश्यक होता है, सिर्फ विषय संबंधी जानकारी मिल जाने से कोई भी छात्र सफलता हासिल नहीं कर लेता है यही कारण है कि मौखिक परीक्षा छात्रों के लिए कठिन हो जाता है। अत्यंत साधारण  उदाहरण देकर यह समझाया जा सकता है की उचित मार्गदर्शन कितना महत्वपूर्ण होता है । एक विद्यार्थी जो बहुत ही आत्मविश्वासी है, जिद्दी है और उसे कोई उचित मार्गदर्शन नहीं मिल रहा है तो ऐसे में वह छात्र समझ नहीं पाएगा कि क्या करना है और हो सकता है कि जो वह करे वो गलत हो जाए ऐसे में अगर उसे उचित मार्गदर्शन मिल जाए , सही सलाह मिल जाए तो जिंदगी में सफलता की उच्चतम चोटी तक पहुंच सकता है।  सर्वे यह बताता है कि अधिकांश युवा बिना उचित मार्गदर्शन के भटकते रहते हैं और अपनी शक्ति का सदुपयोग नही कर पाते हैं। आपको अगर सही वक्त पर सही सलाह मिल जाए तो आपका वक्त बर्बाद नहीं होगा और आप जिंदगी में अवश्य सफल हो पायेगें ।