Educational Revolution

शैक्षणिक क्रांति

इतिहास में हम सभी ने हरित क्रांति और श्वेत क्रांति के बारे में पढा था। पिछले कुछ बर्षों से औद्योगिक क्रांति भी प्रचलित है। अब शैक्षणिक क्रांति का होना जरूरी है। क्योकि-

  1. दुनिया में सबसे अधिक शिक्षार्थियों (युवाओं) की संख्या इस देश में है।
  2. युवा ही देश के भविष्य हैं इसलिए हमारा ध्यान उन्हीं पर केंद्रित होना चाहिये।
  3. गुणवत्ता पुर्ण शिक्षा उनका अधिकार है।
  4. सजग होकर जागरूकता अभियान चलाना हमारी जिम्मेदारी है।
  5. शैक्षणिक क्रांति से युवा जागरूक होंगे, आत्मनिरीक्षण एवं व्यक्तित्व निर्माण के लिए आगे आयेंगे।
  6. युवा अपना बेहतरीन प्रर्दशन करेंगे।
  7. शैक्षणिक क्रांति से शिक्षा का व्यवसायीकरण रुकेगा।
  8. इससे युवाओं को नये-नये रास्ते मिलेंगे।
  9. इससे समाज में यह संदेश फैलेगा कि व्यक्तित्व निर्माण ही जीवन का आधार है।
  10. इससे समाज में नवचेतना फैलेगी।
  11. युवा रोजगार उन्मुख होंगे।
  12. देश का सर्वाधिक, सर्वांगीण विकास होगा।

जज्बा फाउण्डेशन के प्रोग्राम आत्मनिरीक्षण व व्यक्तित्व परिवर्तन से जुड़े सभी युवाओं को इस बात की ट्रेनिंग दी जायेगी कि समाज के बाकी सभी युवाओं को आत्मनिरीक्षण तथा व्यक्तित्व निर्माण के लिये कैसे प्रेरित कर सके जिससे समाज का और विकास हो सके। ट्रेनिंग के दौरान सभी छात्रों को भत्ता दिया जायेगा।

शैक्षणिक  क्रांति का दायरा बहुत ही बड़ा है। किसी भी प्रकार की क्रांति को छोटा नहीं समझना चाहिए। स्वामी विवेकानंद कहा करते थे कि अगर समूह पर नियंत्रण पाना हो तो इकाई पर नियंत्रण पाना बहुत जरूरी है । समूह को अगर बदलना हो तो इकाई को बदलना जरूरी है । समाज का निर्माण अगर करना हो तो एक एक व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण करना आवश्यक होगा और व्यक्तित्व का निर्माण तभी संभव है जब लोग जागरूक होंगे, समझदार होंगे, खुद को जान पाएंगे और अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर पाएंगे । यह प्रोग्राम शैक्षणिक क्रांति का रूप तभी लेगा जब हम एक – एक करके हजारों, लाखों युवाओं को उनकी शक्ति का एहसास दिलायेंगे । उनसे उनका बेहतरीन प्रदर्शन करवाएंगे । यह सच है कि आजकल के अभिभावक अपने बच्चों पर सबसे ज्यादा खर्च पढ़ाई को लेकर करते हैं । गरीब से गरीब तबका के लोग भी अपने बच्चों को बेहतर बनाने के लिए अपनी औकात के हिसाब से धन खर्च करते हैं लेकिन तब दुख होता है जब बच्चे वह नहीं कर पाते जो वे करना चाहते हैं । जब व्यक्तित्व विश्लेषण और विकास का कार्यक्रम समाज में प्रचलित होगा तो समाज के युवाओं का विकास होगा, वे अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर पाएंगे, वे समझ पाएंगे कि उनको क्या करना है , कैसे करना है, कब करना है , क्यों करना है इससे अभिभावक का पैसा बचेगा और वे सफलता हासिल कर पायेगेें ।  सर्वे यह बताता है  कि अधिकांश युवा वर्ग अपना बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं जबकि उनके पास डिग्री है, डिग्री देखकर कोई भी कह सकता है कि वे बहुत पढ़े-लिखे हैं लेकिन उन्हें अपना बेहतरीन प्रदर्शन करना नहीं आता है जिसकी वजह से असफलता मिलती है। आप सोच सकते हैं  कि उस परिवार को कितना नुकसान सहना पड़ता होगा जिन्होंने कितने सपने देखे थे, कितनी उम्मीद लगाकर बैठे थे, लेकिन जब बच्चे कुछ नहीं कर पाते हैं तो परिवार तो टूटता ही टूटता है समाज और देश को भी बहुत नुकसान होता है। हमारा उद्देश्य है कि एक – एक कर युवाओं के व्यक्तित्व का विकास करें और फिर उन्हीं युवाओं को जो अपने व्यक्तित्व का विकास कर चुके हैं बाकी युवाओं को प्रेरित करें, जागरूक करें और समाज निर्माण में अपना योगदान दें ।