Career Counselling

व्यवसायिक परामर्श

सभी छात्र सभी कार्य करने के योग्य नहीं होते हैं, किसी में कुछ कर गुजरने की क्षमता होती है तो कुछ उसी कार्य को नहीं कर सकते । इन बातों को ध्यान में रखते हुए व्यवसायिक परामर्श दिया जाता है जिसमें यह बताया जाता है कि आप किस काम को आसानी से कर सकते हैं और कौन सा काम आप को आगे बढ़ा सकता है। कई बार ऐसा देखा गया है कि बच्चों में क्षमता है कुछ और करने का , और उनसे कुछ और करवाने की कोशिश की जा रही है जिसकी वजह से बच्चे वह नहीं कर पाते जिसकी क्षमता उनमें है और वह भी नहीं कर पाते जिसके लिए उन्हें प्रेरित किया जाता है। समय और धन दोनों व्यर्थ हो जाते है। मां – पिताजी को भी यह पता नहीं होता कि उनके बच्चों में क्या करने कि क्षमता है | हो सकता है कि वे उच्च पदाधिकारी बनने के योग्य हो अगर थोडी सी निगरानी किया जाये तो, लेकिन  निगरानी पर ध्यान देने के बजाय व्यवस्था पर ध्यान देने से जरा सोचिये, क्या – क्या क्षति हो सकता है । Career Counselling मिल जाने से रास्ता सुगम हो जाता है ।

एक ही कक्षा में अगर 50 विद्यार्थी हैं तो उन पचासों में अलग-अलग खासियत है , वे सभी अलग-अलग व्यक्तित्व के मालिक हैं। अलग अलग काम करने में वे सक्षम है । हम, सबों को एक ही काम के लिए प्रेरित नहीं कर सकते। हमें उनके व्यक्तित्व का विश्लेषण कर यह देखना होता है कि उनकी क्या खासियत है , क्या वे  आसानी से कर सकते हैं । उनमें से कोई बहुत अच्छा वकील बन सकते हैं , कोई डॉक्टर बन सकते हैं , कोई इंजीनियर बन सकते हैं , आईएएस-आईपीएस बन सकते हैं,  इसी कारण से व्यक्तित्व विश्लेषण के बाद यह देखकर कि युवा किस क्षेत्र में बहुत अच्छा कर सकते हैं व्यवसायिक परामर्श दिया जाता है और सही वक्त पर व्यवसायिक परामर्श मिल जाने से शीघ्र ही वे सफल होते हैं जिससे उनका समय और अभिभावक का पैसा बच जाता है। परिवार का भला होता है, समाज का भला होता है । यह कोई जरूरी नहीं कि सभी डॉक्टर, इंजीनियर ही बने, आईएएस, आईपीएस ही बने ,व्यापारी भी तो बना जा सकता है , बहुत अच्छा बिजनेस करके भी सफलता के उच्चतम चोटी पर लोग पहुंचते हैं । यह कोई जरूरी नहीं कि सरकारी नौकरी मिले । बिजनेसमैन भी बहुत आगे बढ़ते हैं । अनगिनत ऐसे उदाहरण है। बहुत पढ़ लिख कर भी लोग नौकरी के लिए प्राइवेट कंपनी ढूंढते रहते हैं । यह जरूरी नहीं कि कंपनी का मालिक बहुत पढ़ा लिखा हो इसके बावजूद वह सफल है और लोगों को नौकरी पर रखता है । मैंने पहले भी कहा है कि सफलता का मतलब सरकारी नौकरी पाना नहीं होता है । पहले अच्छा इंसान बनना जरूरी है और  जब  अच्छा इंसान आप बनेंगे तो कोई भी कार्य बहुत बढ़िया से कर पाएंगे ।